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सोमवार, जुलाई 06, 2015

दो लाख करोड़ रु. की पूरी संपत्ति दान करेंगे सऊदी प्रिंस तलाल

प्रिंस अल वलीद बिन तलाल के विमान के अंदर की

तस्वीररियाद। सऊदी अरब के वॉरेन बफेट कहे जाने वाले
प्रिंस अल वलीद बिन तलाल ने अपनी 32 अरब डॉलर
(करीब 2.04 लाख करोड़ रुपए) की संपत्ति दान करने
का वादा किया है। वे यह रकम महिलाओं के स्वास्थ्य
और आपदा प्रबंधन पर खर्च करेंगे। वे योजनाबद्ध
ब्लूप्रिंट अगले साल जारी करेंगे। प्रिंस तलाल ने कहा
कि वे खुद बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष रहेंगे। पैसों के
सही इस्तेमाल पर पूरी नजर रखेंगे। उनकी मौत के बाद
भी यह ट्रस्ट बना रहेगा, जो मानवीय मदद का काम
करता रहेगा। प्रिंस तलाल के पास दो सुपर यॉट,
दुनिया का सबसे बड़ा प्राइवेट जेट और 300 से अधिक
कारों (इसमें कई रॉल्स रॉयस, फेरारी, लेम्बोर्गिनी
भी शामिल है) का काफिला है।
अकेले दम पर खड़ा किया साम्राज्य
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बता दें कि प्रिंस तलाल अक्सर घर से भाग जाया
करते थे। वे व्यापार करने के लिए खाली हाथ निकले
थे। पिता से 30 हजार डॉलर का गिफ्ट मिला था।
इससे कारोबार शुरू किया। आज दुनिया के सबसे अमीर
शख्सियत में से एक हैं। अकेले दम पर इतना बड़ा
साम्राज्य बनाने के लिए उनकी तुलना अमेरिकी
अरबपति वॉरेन बफेट से की जाती है। प्रिंस तलाल
का रियल स्टेट कारोबार है। उनका पैसा लंदन के
सावेय होटल, एप्पल, सिटीग्रुप और न्यूज कॉर्प में भी
लगा हुआ है।
दुनिया का सबसे महंगा विमान
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प्रिंस तलाल के पास दुनिया का सबसे महंगा विमान
है। इसे 'उड़ता हुआ महल' कहा जाता है। इसमें सुख-
सुविधा की सभी जरूरी चीजें हैं। एयरबस से यह सुपर
जंबो करीब 21.3 अरब रुपए में खरीदा था। इसमें पांच
बड़े-बड़े रूम, तुर्की शैली के स्नानागार, एक रॉल्स
रॉयस कार रखने की जगह और मीटिंग रूम भी है। यही
नहीं, उनके पास 300 लग्जरी कारों का लंबा
काफिला है। तीन बड़े महल हैं। 420 कमरों का भव्य
महल है। इनमें झीलें और जू भी हैं।
बेंटले कार गिफ्ट करने का शौक
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सऊदी की फुटबाल टीम को वो 25 बेंटले कार देकर
सुर्खियों में छा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने यमन में
बम गिराने वाले पायलटों को भी बेंटले कार देने का
वादा किया है।
शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं
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प्रिंस तलाल 60 साल के हैं। सऊदी अरब के राजघराने
से ताल्लुक रखते हैं। वे सऊदी के संस्थापक इब्न सऊद के
पोते और किंग अब्दुल्ला के भतीजे हैं, जिनकी इसी
साल जनवरी में मौत हुई है। मां मोना लेबनान के पहले
प्रधानमंत्री रियाद अल सुलह की बेटी हैं। पिता
1960 में सऊदी अरब के वित्त मंत्री रह चुके हैं। उन्हें
राजनीतिक सुधार की वकालत करने पर निर्वासन
झेलना पड़ा।

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