जैसलमेर के पोकरण में निकाय चुनावों के मद्देनजर भाजपा विधायक के दबाव से अधिकारियों ने रातोंरात सांकड़ा एवं आसपास के सैकड़ों फर्जी वोटरों को पोकरण नगरपालिका सूची में शामिल कर लिया है जो कि बहुत गलत और अमान्य है। तीन दिन से कांग्रेस पार्टी के लिए और छतीस कौम के साथी फकीर परिवार के शेर शालेह मोहम्मद और अब्दुल्ला फकीर फर्जी तरीके से जोड़े गए वोटों को हटाने के लिए सत्ता के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं लेकिन बहुत ही अफसोस की बात है कि कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव रुपाराम धनदेव , उम्मेद सिंह तंवर और जिलाप्रमुख अंजना मेघवाल कहीं दिखाई नहीं दिए। खैर बात हक की है , बात पोकरण के भविष्य की है , बात कांग्रेस की इज्जत की है इसलिए चाहे कितनी भी मुश्किलें आए पर फकीर परिवार हमेशा हर वक्त छतीस कौम के साथ खड़े रहेंगे। अब ये तो स्पष्ट हो ही गया है कि कुछ लोग अपने मतलब की राजनीति करते हैं और कुछ लोग कांग्रेस पार्टी और गरीब जनता के लिए राजनीति करते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें